मंगलवार, 12 जून 2012

वैदिक सभ्यता


वैदिक सभ्यता
                                                           

Ø      वैदिक काल को दो भागो मे बाटा गया है
                                    -ऋग्वैदिक काल 1500 से 1000 ई॰ पू॰
                                    -उत्तर वैदिक काल 1000 से 600 ई॰ पू॰
Ø      भारत आने के पश्चात आर्य सर्वप्रथम पंजाब एवं अफगानिस्तान (सप्त सैन्धव    प्रदेश) मे बसे थे।
Ø      यह एक ग्रामीण सभ्यता थी।
Ø      कर्म के आधार पर ऋग्वैदिक समाज चार वर्ण ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य तथा शूद्र मे विभाजित था। इसका ज्ञान ऋग्वेद के 10 वें मण्डल से होता है।
Ø      ऋग्वेद के 7 वें मण्डल से दसराज्ञ युद्द का ज्ञान होता है, यह युद्द रावी नदी के तट पर सूरदास ने दस जनों को हराया था।
Ø      आर्यों का समाज पित्रप्रधान था।
Ø      परिवार या कुल के मुखिया को कुलप कहा जाता था।
Ø      वनस्पति से बना सोम रस आर्यों का मुख्य पेय पदार्थ था।
Ø      घोडा आर्यों का प्रिय पशु था।
Ø      लोहित अयस तांबे को कहा जाता था।
Ø      सत्यमेवजयते मुंडकोपनिश्द से लिया गया है।
Ø      सांख्य दर्शन का प्रवर्तक कपिल था।
Ø      योग दर्शन का प्रवर्तक पंतयजली था।
Ø      वैशेषिक दर्शन का प्रवर्तक कनाड था।
Ø      न्याय दर्शन का प्रवर्तक गौतम था।
Ø      पूर्व मीमांसा दर्शन का प्रवर्तक जैमिनी था।
Ø      उत्तर मीमांसा दर्शन का प्रवर्तक बादरायण (व्यास) था।
Ø      उपनिषद 108, पुराण 18

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